पूरी दुनिया में शुरू हुआ तीसरा विश्व युद्ध
अभी तक रूस और यूक्रेन के बीच में ही महीनों से जंग चल रही थी। लेकिन अब यह धीरे धीरे पूरी दुनिया में जंग के हालात पैदा हो गए हैं। अब दुनिया में तीसरा विश्वयुद्ध होने जा रहा है जिसमे चीन, अमेरिका, तालिबान, रूस, यूक्रेन, इजरायल ,जापान ,साउथ कोरिया, नॉर्थ कोरिया, और भारत देश भी शामिल होने जा रहा है।
सभी देश जंग की तैयारी करने लगे हैं बात दे इस विश्वयुद्ध को शुरू करने में सबसे बड़ा हाथ चीन देश का है चीन तालिबान को अपने कब्जे में लेना चाहता है मगर अमेरिका ऐसा होने नहीं देगा।
चीन ने दागी 11 मिसाइलें ताइवान पर लेकिन जाकर गिरी जापान में।
चीन ताइवान की सीमा के पास युद्ध अभ्यास शुरू कर रहा है जिसमें उसने ताइवान को डराने के लिए 11 मिसाइलो का परीक्षण किया था जिसमें से पांच मिसाइल जापान में जाकर गिरी है। जिस पर जापान के रक्षामंत्री का कहना है हम ये चीन की हरकत बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगे आखिर यह हमारे देश की सुरक्षा का मामला है। हम लोगो की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं कर सकते हैं।
चीन का कहना है हम मिलिट्री अभ्यास कर रहे थे।हम किसी भी तरह की कोई जंग नही चाहते हैं ना अमेरिका और नहीं ताइवान से।
लेकिन सच ये है कि चीन ताइवान को डराने के लिए अपनी शक्ति प्रदर्शन कर रहा है।
चीन ने अपने 27 लड़ाकू विमानों को भी ताइवान की एयर फोर्स के पास में भेजा था। जिससे ताइवान भी हरकत में आया और उसने भी अपना मिसाइल सिस्टम एक्टिवेट कर लिया था।
भारतीय सेना भी कर रही है चीन से निपटने के लिये अपनी पूरी तैयारी।
जिस प्रकार रूस यूक्रेन पर कब्जा करने के लिए युद्ध कर रहा है उसी प्रकार चीन भी तालिबान पर अपना कब्जा लेने के लिए युद्ध अभ्यास कर रहा है वह कभी भी तालिबान पर हमला कर सकता है।
ताइवान के बाद चीन अपने निशाने पर भारत देश को भी ले सकता है। भारत का चीन से पहले से ही विवाद चल रहा है जैसे चीन ताइवान के हिस्सों पर अपनी दावेदारी पेश करता है उसी प्रकार से वह भारत के कई हिस्सों पर अपनी दावेदारी की बात कहता है। इसी के चलते लद्दाख के बॉर्डर पर भी कई बार चीन और भारत के सैनिकों के बीच झड़प हुई है।
चीन के युद्ध अभ्यास को देखते हुए भारत ने भी अपनी सीमाओं की सुरक्षा को बढ़ा दिया है।
भारत ने अपनी सैन्य शक्ति को भी कई गुना बढ़ा लिया है। और भारत लगातार खतरनाक हथियारों का सफल परीक्षण कर रहा है।
अगर चीन ने तालिबान जैसी हरकत भारत के साथ की तो उसे इसके खतरनाक अंजाम भुगतने पड़ेंगे।
चीन ने अमेरिका को दी धमकी चीन और ताइवान के विवाद से दूर रहे।
चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन के बीच आपसी रिश्ते को लेकर वीडियो कॉल हुई थी। यह वीडियो कॉल 2 घंटे तक चली थी जिसमें चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ने अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन को सीधी धमकी दे डाली और कहां ताइवान के मुद्दे से दूर रहे अमेरिका और जिनपिंग ने कहा जो आग से खेलेगा वह खुद भी जलेगा उम्मीद है अमेरिका इस पर स्पष्ट नजर रखेगा।
चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग कहते हैं कि ताइवान स्टेट के दोनों पक्ष सिर्फ चीन के ही है चीन ताइवान के स्वतंत्रता और अलगाववादी कदम का विरोध करता है और चीन ताइवान में बाहरी ताकतों की दखल बर्दाश्त नहीं करेगा। इस पर अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने चीन की धमकियों का जवाब देते हुए कहा अमेरिका ताइवान की स्वतंत्रता का समर्थन नहीं कर रहा। लेकिन उसकी यथास्थिति को बदलने का विरोध करता है और आगे भी करता रहेगा।
अमेरिका नहीं चाहता है कि चीन ताइवान पर कब्जा कर ले क्योंकि अगर चीन ने ताइवान को अपने कब्जे में ले लिया तो वह समंदर के रास्ते अमेरिका पर हमला करने की कोशिश करता रहेगा।
बता दे नॉर्थ कोरिया भी लगातार मिसाइलों का परीक्षण करता रहता है जो अमेरिका को पसंद नहीं है नॉर्थ कोरिया भी अमेरिका को धमकी देते हुए कहता है कि वह अपने परीक्षणों को नहीं रुकेगा और अगर कोई उसे रोकने की कोशिश करेगा तो वह उसके अंजाम के लिए तैयार रहें